देहरादून। सरखेत, मालदेवता क्षेत्र में आपदा के पाचंवे दिन सरखेत में सर्च आॅपरेशन टीम को 3 शव बरामद हुए। जिलाधिकारी सोनिका ने तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया, कि बरामद हुए शवों का मौके पर ही पोस्टमाटर्म आदि प्रक्रिया पूर्ण करते हुए शव को परिजन के सुपूर्द करें। साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया कि सर्च आॅपरेशन को गतिमान रखेंगे। कहा कि लापता हुए लोगों के परिजनों से भी पूर्ण जानकारी लेते हुए उनके बताए गए संभावित स्थानों पर भी खोजबीन कार्य कराए जाए।
जिलाधिकारी सोनिका द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रही सर्च आॅपरेशन तथा राहत एवं बचाव कार्य की पल-पल की जानकारी ले रही है। साथ ही प्रशासन द्वारा क्षेत्र में प्रभावितों को मुहैया कराये जा रही, रसद आदि सामग्रियों की जानकारी भी ली जा रही है। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य तथा रिलीफ कैंप आदि में तैनात अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि क्षेत्र में कोई भी प्रभावित व्यक्ति सरकार द्वारा मुहैया कराई जा रही राहतध्सहायता से वंचित न रहे, इस बात को लेने गंभीरता से लेना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने शिविर में रहने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की तकलीफ न हो इस बात को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। कहा कि स्वास्थ्य उपचार सहित भोजन इत्यादि सभी मूलभूत सुविधा प्रभावित लोगों को मिले इस दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करेंगे। उन्होनें तहसीलदार सदर को निर्देशित किया कि आपदा से हुई भवन से लेकर फसल तक की क्षति का आंकलन बनाते समय कोई भी परिवार न छुटें, इस बात को गंभीरता से लेना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने तैनात सभी संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव तथा खोजबीन कार्य को प्राथमिकता से संपादित करने के निर्देश दिए। लोनिवि द्वारा सड़क भैंसवाड़ा तक खोल दी गई है सड़क को सुचारू कराने में लोनिवि के अधिशासी अधिकारी मौके पर उपस्थित है। मौके पर तैनात सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चैहान ने जानकारी देते हुए बताया कि सरखेत में 3 शवों की बरामदगी हुए है। जिनकी पहचान राजेन्द्र पुत्र रंणजीत निवासी जैंदवाड़ी टिहरी गढ़वाल, सुरेन्द्र पुत्र बीर सिंह ग्राम निवासी चिपल्डी जैंदवाड़ी तथा विशाल पुत्र रमेश निवासी भैंसवाड़ा के रूप में पहचान की गई है। बताया कि शवों का पोस्टमाटर्म मौके पर करते हुए शव को परिजनों के सुपूर्द की जा रही है, सर्च आपरेशन गतिमान है। विगत दिवस को भारी बारिश के कारण सरखेत, मालदेवता में आई आपदा से जनहानि एवं पशुहानि सहित कई भवन क्षतिग्रस्त हुए।