देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भर्तियों में हर बार नया पेच फंस जाता है। इस बार मामला बायोमेडिकल सेल में शैक्षणिक संवर्ग की भर्ती से जुड़ा है। असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर होने वाली यह भर्ती एकाएक निरस्त कर दी गई है, जबकि 25 अगस्त को लिखित परीक्षा है। वहीं, परीक्षा 28 अगस्त को साक्षात्कार होना था। भर्ती निरस्त होने का कारण इस बार भी आरक्षण रोस्टर बना है। सूत्रों की माने तो इस सबके पीछे विवि प्रशासन के आरक्षण रोस्टर को मनमाने ढंग से बदलने के कारण न्यायालय में हुई फजीहत से खुद को बचाना है।
शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों की भर्तियों को लेकर आयुर्वेद विवि की अजब-गजब स्थिति है। किसी न किसी कारण भर्ती विवादों में घिर जाती है। विवि की लचर कार्यप्रणाली के कारण ही भघ्तयों पर बार-बार अडंगा लग जाता है। हालात देखिए कि बायोमेडिकल सेल में असिस्टेंट प्रोफेसर के पांच पदों पर 2017 में विज्ञप्ति निकाली गई थी, पर भर्ती अभी तक भी पूरी नहीं हो सकी है। एक बार पहले भी विवि प्रश्न पत्र तैयार न होने की बात कहकर परीक्षा निरस्त कर चुका है। इस वजह से आवेदकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसे पुनरू विज्ञापित किए बगैर लिखित और साक्षात्कार की तिथि घोषित करने पर शासन ने विवि प्रशासन से जवाब भी मांगा था, लेकिन विवि ने परीक्षा निरस्त नहीं की। अब ईडब्ल्यूएस के आरक्षण का बहाना बना इसे निरस्त कर दिया गया है। विवि के कुलसचिव प्रो. उत्तम शर्मा का कहना है कि विवाद जैसी कोई बात नहीं है। अगले कुछ दिन में संशोधित विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी।