ऋषिकेश-नरंेद्रनगर ब्लाक की धमांदस्यूं पट्टी के पसर गांव में आतंक का पर्याय बने गुलदार को शिकारी के दल ने ढेर कर दिया है। गुलदार ने 14 फरबरी को यहां एक ग्रामीण को निवाला बनाया था। इससे पहले भी यहां गुलदार ग्रामीणों पर हमला करता रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुयी थी। गुलदार के ढेर होने से ग्रामीणो ने राहत की सांस ली है।आदमखोर गुलदार ने 28 जनवरी को बेरनी गांव के ओडाडा गांव में एक महिला को अपना शिकार बनाया था। 14 फरबरी को पसर गांव निवासी राजेंद्र सिंह पर गुलदार ने हमला कर दिया था। गुलदार घर के आंगन से राजेद्र सिंह को घसीटते हुये करीब तीन किमी दूर जंगल में ले गया था। जंगल में राजेंद्र का शव बरामद हुआ। इससे ग्रामीणों में डर व आक्रोश था। नतीजतन, ग्रामीणों ने पसर व तलाई मतदान केंद्रों पर मतदान का बहिष्कार किया था। इसके चलते जिलाधिकारी टिहरी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया था।मंगलवार की शाम करीब 6 बजे शिकारी दल के सदस्य बलवीर सिंह ने पसर गांव के नीचे जंगल में गुलदार का काम-तमाम कर दिया। गुलदार के मारे जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। पूर्व प्रधान जोत सिंह ने बताया कि गुलदार के हमलों से ग्रामीण बेहद खौफजदां थे। बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे थे। गुलदार के मारे जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
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