विकासनगर। जौनसार बावर क्षेत्र में लंबे समय से बारिश नहीं होने से किसानों की मटर की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है। फसल को नुकसान होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं। क्षेत्र में मटर की करीब 40 प्रतिशत फसल बर्बाद हो चुकी है।
जौनसार बावर क्षेत्र में नगदी फसलों के तौर पर मटर का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। मटर की फसल के लिए एक निश्चित समय के अंतराल पर बारिश और सिंचाई की आवश्यकता होती है। नवंबर में बोई जाने वाली मटर अप्रैल के पहले सप्ताह में तैयार हो जाती है, लेकिन इस बार बारिश नहीं होने से फसल तैयार होने से पहले ही सूखने की कगार पर पहुंच गई है। खेतों में फसल के सूखने से किसान काफी परेशान हैं। काश्तकार भीम सिंह चौहान, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, प्रेम सिंह, मुकेश शर्मा, रण सिंह चौहान, टीकम सिंह चौहान ने बताया फसल बोने के बाद शुरुआती दिनों में अधिक बारिश हुई, जिससे मटर में ज्यादा नमी के कारण जमीन में ही खराब हो गई। इसके बाद दोबारा फसल की बुआई की गई, लेकिन अब समय से बारिश नहीं होने से फसल तैयार होने से पहले ही सूखे की चपेट में आ गई है। इससे किसानों को भारी नुकसान की चिंता सता रही है। किसानों ने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण मटर के फूल सूखकर झड़ने लगे हैं। ऐसे में जल्द ही बारिश नहीं हुई तो पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी।