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पब्लिक हेल्थ कम्युनिकेशन एवं बिहेवियरल चेंज के सफल सम्पादन से बेहतर होंगी उत्तराखंड के समुदाय की स्वास्थ्य सुविधाएं

देहरादून। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए साथ ही स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न विषयों को जनता तक पहुँचाने के लिए पब्लिक हेल्थ कम्युनिकेशन बहुत महत्वपूर्ण है जिसमंे व्यव्हार परिवर्तन बहुत अहम भूमिका निभाता है। राधिका झा सचिव स्वास्थ्य विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निदेशक पब्लिक हेल्थ इंस्टिट्यूट,हारवर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विश्वनाथ के साथ संबंधित विषय पर भेंट वार्ता की। हारवर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विश्वनाथ ने सर्वप्रथम राधिका झा सचिव स्वास्थ्य एवं डॉ आर राजेश कुमार प्रभारी सचिव स्वास्थ्य एवं मिशन निदेशक तथा टीम को सम्बोधित करते हुए उनके द्वारा पब्लिक हेल्थ कम्युनिकेशन से जुड़े कार्यों को जो वह अन्य राज्यों जैसे बिहार, असम आदि के साथ कर रहे हैं उन्हें साझा किया जैसे रिसर्च,क्षमता विकास एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के साथ कार्य कर रहे हैं,हेल्थ क्वालिटी,इम्प्लीमेंटशन ऑफ़ साइंस वर्कशॉप,स्ट्रेटेजीक हेल्थ कम्युनिकेशन। प्रोफेसर ने बल दिया कि पब्लिक बेहेवियर को किस प्रकार इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन एवं बेहतर जनसंपर्क के माध्यम से प्रभावित किया जा सकता है।
बैठक के दौरान राधिका झा, सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि विभाग कि प्राथमिकता है कि महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित विषयों एवं इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी जैसे विषयों से निपटने के लिए पब्लिक हेल्थ कम्युनिकेशन के बेहतर रोडमैप की आवश्यकता है जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग हारवर्ड यूनिवर्सिटी के साथ समन्वय स्थापित कर के धरातल पर कार्य करेगा। उक्त संबंध में वोमेन हेल्थ आईईसी बहुत महत्वपूर्ण है जिससे अर्ली डिटेक्शन ऑफ़ कैंसर जैसे अहम मुद्दों का निवारण भी होगा। सचिव ने धरातल पर इस कार्य के सफल सम्पादन के पश्चात इम्पैक्ट ऐसेसमेंट किये जाने पर बल दिया। इस अवसर पर प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने प्रोफेसर विश्वनाथ से अनुरोध किया कि वह विभाग को मिस इनफार्मेशन ऑन हेल्थ विषय के निवारण, पब्लिक हेल्थ से जुड़ी भ्रान्तियों का निवारण, स्वास्थ्य संबंधित नेगेटिव न्यूज़ का समाधान आदि विषयों से संबंधित मॉडलस को विभाग के साथ साझा करें।
बैठक के दौरान अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर ने डॉक्टर पेशेंट डिसट्रस्ट के बारे में चर्चा की एवं इसके समाधान की ओर प्रयास करते हुए व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से समुदाय की मानसिकता को बदलने की बात पर बल दिया। डॉ शैलजा भट्ट, महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अनेमिया मुक्त उत्तराखंड की ओर पब्लिक हेल्थ कम्युनिकेशन एंड व्यवहार परिवतर्तन के क्षेत्र में कार्य किये जाने का प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर डॉ सरोज नैथानी, निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, डॉ पंकज सिंह, सहायक निदेशक प्क्ैच्, डॉ राजन अरोड़ा, विश्व बैंक स्वास्थ्य विभागआदि ने भी उत्तराखंड के अन्य स्वास्थ्य संबंधित विषयों से जुड़ी चुनौतियों एवं उस ओर पब्लिक हेल्थ कम्युनिकेशन रणनीति के लिए अपने विचार साझा किये।

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