देहरादून। बेतहाशा बढती मंहगाई, बेरोजगारी तथा आवश्यक खाद्य पदार्थों पर लगाई गई जी.एस.टी. और अव्यवहारिक अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्रवान पर आज प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में भारी विरोध-प्रदर्शन के साथ राजभवन का घेराव किया तथा राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कांग्रेसजन सैकडों की संख्या में प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में एकत्र हुए जहां से कांग्रेसजनों ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में मार्च निकालते हुए राजभवन की ओर कूच किया। घेराव के उपरान्त पुलिस द्वारा प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा सहित कांग्रेसजनों को गिरफतार कर पुलिस लाईन लेजाया गया।
महामहिम राज्यपाल के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को सौंपे ज्ञापन में कंाग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने 8 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर चुकी है। देश में प्रचण्ड बहुमत वाली भाजपा सरकार ने जनता के विश्वास पर चोट करते हुए अपने इस कार्यकाल में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सिलेण्डर एवं खाद्य पदार्थों के दामों में भारी वृद्धि की है। आज मंहगाई अपने चरम पर है तथा आम आदमी का जीना दूभर हो चुका है। पेट्रोलियम पदार्थों (डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस) के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से आम जरूरत की चीजों के दामों में कई-कई गुना वृद्धि के कारण आम जन पीड़ित है। पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में वृद्धि के कारण खाद्य्य पदार्थों सहित सभी चीजों के दामों में स्वाभाविक रूप से वृद्धि होनी निश्चित है। विशेषकर खाद्य्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों में वृद्धि के कारण आम आदमी को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मंहगाई की मार से पीड़ित जनता के ऊपर रसोई गैस सिलेण्डर के दाम 1000 रूपये पार कर चुके हैं। मंहगाई में लगातार हो रही वृद्धि से केन्द्र की मोदी सरकार ने एकबार फिर साबित कर दिया है कि यह सरकार आम जनता की न होकर कुछ सरमायेदारों की सरकार है।
कांग्रेसजनों ने कहा कि पहले से मंहगाई की मार झेल रही गरीब जनता की रोजमर्रा की जरूरतों की चीजों पर भी अब केन्द्र सरकार द्वारा जी.एस.टी. लगाकर उसके पेट पर लात मारने का काम किया जा रहा है। केन्द्र की भाजपा सरकार मंहगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है तथा मंहगाई के नाम पर जनता की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है। प्रतिदिन बढती मंहगाई अब आम आदमी की बर्दास्तगी से बाहर होती जा रही है। चुनावों में बड़े-बड़े वादे करने वाले प्रधानमंत्री मोदी तथा उनके सहयोगी देश की गरीब जनता का मजाक उड़ा रहे हैं। केन्द्र में सत्तारूढ़ होने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार कुछ बड़े घरानों को पल्लवित-पोषित कर रही है। भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार को आम जनता के दुःख दर्द से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी और स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनावों के समय देश की जनता से मंहगाई पर नियंत्रण करते हुये आम आदमी को राहत देने का वायदा करते हैं परन्तु आज मंहगाई घटने के बजाय दिन-दूनी रात चैगुनी वृद्धि कर रही है। वर्ष 2019 के मुकाबले पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस तथा खाद्य पदार्थों की के दामों में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है तथा अकेले रसोई गैस सिलेण्डर के दामों में 115 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
बढती बेरोजगारी के मामले में कांग्रेस ने कहा कि देश का बेरोजगार नौजवान इस बात से आशान्वित था कि उन्होंने केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की प्रचण्ड बहुमत वाली सरकार बनाई है तो यह सरकार उनके बेरोजगारी के मुद्दे का हल निकाल कर देश के बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मुहैया करायेगी उल्टे केन्द्र सरकार की नीतियों के कारण लोगों का रोजगार छिनता जा रहा है। पिछले कार्यकाल में केन्द्र की भाजपा नीत सरकार ने दो करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार देने का सपना दिखाया था लेकिन सरकार के आंकडों के मुताबिक उसके पूरे पांच वर्ष के कार्यकाल में मात्र 10 लाख लोगों को ही आधा-अधूरा रोजगार मिल पाया और अब देश में बेरोजगारों की फौज खडी हो चुकी है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना दिखाने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता के पहले कार्यकाल में भ्रष्टाचार की मजबूत इमारत खड़ी करते हुए अपने प्रिय उद्योगपतियों को भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से विदेशों में व्यापार करने के लिए गलत तरीके से 10 हजार करोड़ रूपये का दीर्घकालिक ऋण देकर भारत के बेरोजगार नौजवानों के हितों पर चोट पहुंचाने का काम किया। आज विश्व के मुकाबले भारत में बेरोजगारी की दर सबसे अधिक 29 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
previous post