हरिद्वार। दिसंबर 2021 में हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में अंतरिम जमानत पाए जितेंद्र नारायण त्यागी की अंतरिम जमानत की अवधि समाप्त होने के बाद शुक्रवार सुबह हरिद्वार जिला कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के 29 अगस्त को दिए गए ऑर्डर के तहत उन्हें आज कोर्ट में सरेंडर करना था।
कोर्ट में सरेंडर करने से पहले यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी से मिलने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ शांभवी पीठाधीश्वर व काली सेना प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप भी मौजूद रहे। इस दौरान जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा की इससे पहले भी उनको ज्वालापुर के लोगों ने जेल के अंदर मारने की साजिश बनाई थी, लेकिन वह जेल प्रशासन के सख्त होने के कारण साजिश को अंजाम नहीं दे पाए। जितेंद्र नारायण त्यागी ने धर्म वापसी पर बोलते हुए कहा कि जबसे उन्होंने सनातन धर्म को अपनाया है, वो इस लड़ाई में अकेला हो गये हैं, लेकिन इसका उनको कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने काफी सोच समझकर इस धर्म को अपनाया है। इस मौके पर काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि जितेंद्र नारायण त्यागी के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इस लड़ाई में जहां-जहां भी हम सब की जरूरत होगी, हम सब जितेंद्र नारायण त्यागी के साथ खड़े दिखाई देंगे।