देहरादून। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस का सदन में मुद्दा आधारित चर्चा के बजाय विधानसभा घेराव का कदम सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश भर है। पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने कहा, कॉन्ग्रेस मुद्दों को लेकर यदि गंभीर है तो उसे रचनात्मक विपक्ष की तरह सदन के पटल पर बहस करनी चाहिए, लेकिन उसका मकसद हुड़दंग मचाना और जवाबदेही से भागना है। जनता उसे इस व्यवहार के लिए माफ नहीं करने वाली है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब तक समावेशी विकास और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम से खुद को साबित किया है। सीएम ने पक्ष और विपक्ष के विधायकों से प्रस्ताव मांग कर यह साबित किया कि वह क्षेत्रीय संतुलन की भावना के प्रबल पक्षधर हैं। वहीं प्रदेश मे केंद्र के सहयोग से विकास का रोडमैप बनाकर दीर्घकालीन योजना पर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर रहे है और इसमे कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए है। कांग्रेस बेरोजगार युवाओं को भड़काकर दुष्प्रचार के बूते आंदोलन को हवा देने का ख्वाब देख रही है, लेकिन उसकी नीयत युवा और बेरोजगार भांप चुके है। कांग्रेस का धेय उनके हक मे आवाज उठाना नही, बल्कि अपना राजनैतिक स्वार्थ सिद्ध करना है। दूसरे राज्यों से भी उतराखंड के कड़े नकल विरोधी कानून को लेकर सकारात्मक चर्चा है, लेकिन कांग्रेस इसके विरोध में है।
पूर्व मे कांग्रेस शासन मे हुए भर्ती घपलों मे आरोपियों पर कार्यवाही और सलाखों के पीछे भेजे जाने जैसे कदम को भी कांग्रेस गलत ठहराने मे जुटी है। कांग्रेस का भ्रष्टाचार के समर्थन मे इस तरह का व्यवहार कोई नया भी नही है। हालांकि धामी सरकार ने नैतिक साहस दिखाते हुए बिना काल खंड देखे जांच की है। वहीं हाईकोर्ट के जज की निगरानी मे अब जाँच को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। कांग्रेस का मकसद न किसी जांच को लेकर है और न ही युवाओं की चिंता। भ्रष्टाचार को लेकर उसकी सोच नही बदली है और वह मामले को अवसर के तौर पर देख रही है। भाजपा राज्य मे सड़क, चिकित्सा और शिक्षा के ढांचे को सुदृढ़ करने मे जुटी है तो वंही रोजगार सृजन की दिशा में कार्य कर रही है। कांग्रेस को रचनात्मक विपक्ष की भूमिका में आगे आना चाहिए न कि व्यवधान और अवरोध उत्पन्न कर नकारात्मक राजनीति का प्रदर्शन।