गैरसैं। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्यपाल के अभिभाषण के साथ विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से प्रारंभ हो गया है। राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच समेत अन्य मांगों पर प्रदर्शन और नारेबाजी की। विधायक वेल पर पहुंच गए। राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे के बीच अभिभाषण पढ़ा।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस के सदस्य पीठ के सम्मुख आकर नारेबाजी करते रहे। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण के दौरान प्रदर्शन स्वस्थ परंपरा नहीं है। विपक्षियों के पास कोई ठोस मुद्दे नहीं हैं। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने राज्यपाल का अभिभाषण पढ़ा और मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
सोमवार को सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना दिया। इस दौरान उन्होंने भर्ती घोटाले, महंगाई सहित अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधायकों के पास पहुंचे और बातचीत कर उन्हें सदन में जाने के लिए मनाया।
विधानसभा सत्र के पहले ही दिन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा मार्च किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जंगलचट्टी मालसी में ही रोक दिया। प्रदर्शनकारियों के साथ पूर्व सीएम हरीश रावत भी मौजूद रहे। वहीं ओपीएस की मांग को लेकर कर्मचारी संगठनों ने विधानसभा कूच किया। ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस की शक्ल में पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर वह पहुंचे। जंगलचट्टी पहुचते ही पुलिस के बैरियर पर आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच जोर आजमाइश हुई।