टिहरी, आजखबर। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही झमाझम बारिश ने जहां ठंड बड़ा दी हैं वहीं किसानों के चेहरे खिले हुए है जिस कदर बारिश ना होने से फसले सूखने लग गए थे, पानी की कमी से खेते रुखड़ होने लगी थी अब बारिश के होने से खेतों में नमी हो गई हैं बोईजाने वाली फसल अब अच्छी होगी।
पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी कहते हैं पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ना होने से खेतों में बोई आलू, मटर, बीन, गेहू व अन्य फसले सूखने लग गए थे इस बारिश होने से खेतो में नमी से पुनः खेते की फसलें लहलहाने लग गए है अब फसलें व फल अच्छे होंगे। मरोड़ा सकलाना के खेतों में गेहूं व सरसों की फसलों में इस बारिश से हरियाली आ गई हैं।
किरन सोनी कहती हैं जहां हमारे खेत खलिहानों में फसले अच्छी होगी वही पहाड़ी क्षेत्रों में उत्पादित होने वाले सेब, आड़ू, खुमानी, पुलम, चुली, नासपाती रसीले होंगे। केन्द्रसिंह नेगी कहते हैं हम लोगों के लिए यह बारिश बहुत ही लाभकारी है हमारे खेतो में बोई फसलें बर्बाद होने लग गई थी अब अच्छी फसल की उम्मीद जगी हैं। संगीता, मंगनी देवी, इंदरदेई देवी, दिनेश सिंह, गजेंद्र सिंह, अंकित सिंह आदि थे।