देहरादून। पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के उप कुलपति प्रोफेसर अरविंद की अगुवाई में डॉक्टर बलबीर सिंह साहित्य केंद्र, देहरादून में डॉक्टर बलबीर सिंह का 49वीं बरसी समागम 2 अक्टूबर को आयोजित किया गया। जिसमें श्री सुखमनी साहिब के पाठ के पश्चात भाई कवर पाल सिंह जी के जत्थे की ओर से गुरबाणी का भाव विभोर कीर्तन किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर दिलबर सिंह सहायक डायरेक्टर युवक सेवाएं पंजाब सरकार की ओर से सिंह सभा लहर के 150 साल स्थापना दिवस के विषय में खोज भरपूर विचार व्यक्त किए गए।
उन्होंने बताया कि जिस समय श्री गुरु सिंह सभा लहर का आरंभ हुआ, उसे समय सिख सिद्धांतों एवं मर्यादा की दृष्टि से सिखों में बहुत कमियां आ चुकी थी। इन कमियों को दूर करने हेतु सिंह सभा लहर ने योजनापद तरीके से कार्य किया एवं सिख पुनर जागृति हेतु सराहनीय कार्य किये। उनके पश्चात देहरादून की संगत की ओर से सरदार दविंदर सिंह बिंद्रा ने डॉक्टर बलबीर सिंह जी को श्रद्धा के फूल अर्पण किये। उनके पश्चात सिख विश्वकोश विभाग के मुखी एवं मुख्य संपादक प्रोफेसर परमवीर सिंह द्वारा सिंह सभा लहर के आरंभ, कार्य प्रणाली एवं योगदान आदि के बारे में कीमती तथ्य संगतो के समक्ष रखे गए। उन्होंने बताया कि सिंह सभा लहर के आरंभ तक जो सिखों में कमियां आ चुकी थी, उनका मुख्य कारण खालसा राज की समाप्ति के पश्चात अंग्रेजों द्वारा इस्तेमाल की गई विशेष नीति थी।
इस अवसर पर इंचार्ज डॉक्टर कुलविंदर सिंह की ओर से स्टेज का संचालन किया गया। इस प्रोग्राम में प्रोफेसर हरवीर सिंह रंधावा, प्रोफेसर पुरुषोत्तम सिंह, डॉक्टर कश्मीर सिंह, सरदार अमरजीत सिंह भाटिया, डॉक्टर गोविल, जे एस ओबेरॉय, कवि अंबर खरबंदा, आनंद असीर, अरविंदर सिंह, परमिंदर सिंह, मनजीत कौर, डॉक्टर जतिंदर कौर आदि गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
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