शामली। वेतन में बढोत्तरी, घोटाले की जांच, राज्य कर्मचारी का दर्जा देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंगनवाडी कार्यकत्रियां धरना प्रदर्शन को भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया है। उन्होने आंगनबाडी महिलाओं की मांगों को जायज ठहराते हुए उनके आन्दोलन को आगे बढाये जाने का आहवान किया है।
बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में चल रहे आंगनवाडियों के धरना प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भी पहुंचकर समर्थन दिया। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार किसानों, मजदूरों, व्यापारियों, आम नागरिकों के साथ साथ कर्मचारियों का भी शोषण कर रही है। पिछले करीब डेढ माह से आंनबाडियों का धरना प्रदर्शन चल रहा है, लेकिन भाजपा के अधिकारी व नेता कर्मचारियों की कोई सुध लेने को तैयार नही है। उन्होने आंगनबाडी कार्यकत्रियों के धरने को समर्थन देते हुए उनकी लडाई को लडने का आहवान किया। इस अवसर पर कार्यकत्रियों का कहना था कि सभी केन्द्रीय कर्मचारियों व राज्य कर्मचारियों के वेतन में वेतन आयोग की सिफारिशें लगायी जाती है व हर वर्ष उनका वेतन व भत्तों भी बढोत्तरी की जाती है लेकिन आंगनवाडी कार्यकत्रियों को सरकार की तरफ से केवल 100 रुपये प्रतिदिन व सहायिकाओं को 50 रुपये प्रतिदिन दिया जाता है। इतने कम वेतन में आंगनवाडियों के घर का गुजारा होना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र में सरकार बनने के 120 दिन के अंदर आंगनवाडी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को सम्मानजनक वेतनमान दिए जाने, शबरी संकल्प योजना का क्रियान्वयन करने, घोटाले की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की गयी थी आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। आंगनवाडियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे धरना प्रदर्शन से नहीं उठेंगी। इस अवसर पर गीता, ललिता, सीमा, बबीता, सविता, रूबी, कुसुम, सरिता, ब्रिजेश, सुमन, मोनिका शर्मा, सरिता, मीनाक्षी, कौशल्या, पिंकी, रीता रानी, विजय प्रभा, रीतू, सुशीला, रेखा, मुन्नी, कविता, सहित भारी संख्या में कार्यकत्रियां मौजूद रही।
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