देहरादून। उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने रविवार को प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अनुपम खेर से शिष्टाचार भेंट की। अनुपम खेर अपनी एक नई फिल्म की लोकेशन रेकी के सिलसिले में आजकल उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर रहे हैं। यह भेंट देहरादून में इंदिरानगर में प्रस्तावित शूटिंग लोकेशन पर हुई। अनुपम खेर ने पिछले दिनों लैंसडाउन क्षेत्र का लोकेशन रेकी भी किया है।
बंशीधर तिवारी ने अनुपम खेर को उत्तराखंड की फिल्म नीति की जानकारी देते हुए उन्हें उनकी नई फिल्म के लिए शुभकामनाएं दी। श्री तिवारी ने बताया कि उत्तराखंड की प्रस्तावित फिल्म नीति में नई फिल्म लोकेशनों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। इसके अलावा उत्तराखंड के कलाकारों और क्रू मेंबर को शामिल करने पर भी विशेष अनुदान की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य में फिल्म निर्माण को लेकर एक 360 डिग्री इकोसिस्टम का निर्माण किया जा रहा है जिसमें बाहरी फिल्म निर्माता के साथ-साथ स्थानीय फिल्म निर्माताओं और कलाकारों तथा टेक्निशियनों को विशेष मौके मिलेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 3 टी यानी टैलेंट, टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग इन तीनों पक्षों पर मजबूती से काम करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप नई फिल्म नीति लाई जा रही है जिसमें बहुत से प्रावधान ऐसे हैं जो सिनेमा और कंटेंट निर्माण की आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप है। नई पॉलिसी में वेब सीरीज, डॉक्युमेंट्री और लघु फिल्मों को भी स्थान दिया जा रहा है। अनुपम खेर ने बताया कि उनकी नई फिल्म की शूटिंग अप्रैल माह से प्रस्तावित है और 90 प्रतिशत से अधिक शूटिंग उत्तराखंड में ही करने की योजना हैं। उनकी आगामी फिल्म सैन्य पृष्ठभूमि पर आधारित कहानी पर है जिसके लिए उन्होंने लैंसडाउन और उसके आसपास का लोकेशन रेकी किया है। उन्होंने उत्तराखंड में फिल्म निर्माण से संबंधित माहौल की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड तेजी से एक लोकप्रिय फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार की फिल्म फ्रेंडली नीतियों से आने वाले समय में उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ शूटिंग डेस्टिनेशन बनकर उभरेगा। श्री तिवारी ने राज्य पुष्प ब्रह्मकमल की अनुकृति और शॉल भेंट कर श्री खेर का स्वागत किया। इस अवसर पर उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ नितिन उपाध्याय भी उपस्थित थे।
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