कांग्रेस, भाजपा और देश के रअन्य हिस्से तथा कह सकते हैं दुनिया की निगाह इस समय गुजरात के चुनाव नतीजे पर है। चुनाव नतीजा यदि भाजपा की सरकार बनाता है तब भी इसके कई स्तर के माने होंगे। मसलन् भाजपा को 182 विधानसभा सीटों वाले गुजरात में यदि 130-140 सीटें मिलती हैं तो ईवीएम में गड़बड़ी की आवाज उठनी तय है। बहुत हद तक संभव है कि जनता में भी ईवीएम मशीन को लेकर संदेह गहरा हो जाए। वहीं भाजपा यदि 110 से 120 सीटें लेकर आती है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की कार्यशैली को लेकर सभी नकारात्मकता पर विराम लग जाएगा।
इनसबके बरएक्स भाजपा गुजरात में यदि 92-100 सीटें लेकर आती हैं तो राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ भारतीय राजनीति में हीरो बनकर उभरना शुरू कर देंगे। राजनीति के पंडितों का मानना है कि इससे मोदी सरकार और अमित शाह की भाजपा पर अंदरुनी तथा बाहरी दोनों दबाव बढ़ जाएंगे। राहुल के साथ-साथ अनामत आंदोलन समिति के हार्दिक पटेल गुजरात के बड़े नेता बनकर उभरेंगे। हार्दिक के सडक़ पर संघर्ष का रास्ता खुला रहेगा। 2019 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव तक उनकी प्रासंगिकता बढ़ जाएगी।
फिर तो बढ़ेगी मुसीबत
कदाचित और जैसी की कांग्रेस को उम्मीद है। हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, जिग्नेश मेवानी भी इसी उम्मीद के साथ जी रहे हैं। यहां तक कि राहुल गांधी को भी भरोसा है। गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस की वहां सरकार बनेगी। कांग्रेस के अंदरुनी सर्वे के मुताबिक 95 से 105 तक सीटें आ सकती हैं, तो भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केन्द्र सरकार की परेशानी बढ़ सकती है। सरकार और राजनीतिक दल दोनों को जन सुधार की दिशा में काम, सांसदों, विधायकों, पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं की कद्र बढ़ाने के दबाव का सामना करना पड़ सकता है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा में दबाव बढ़ सकते हैं और उनका कद भी बढ़ सकता है। इसके बरअक्स कदाचित कांग्रेस 110-115 या इससे ऊपर का बहुमत पा गई तो यह काफी अप्रत्याशित होगा।