रूद्रप्रयाग। समुद्रतल से 11750 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है। इस बार मंदिर मार्ग पर भक्तों की लंबी लाइन नजर नहीं आएगी। यहां मंदिर मार्ग पर सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदाई की गई है, जिस कारण यहां उबड़-खाबड़ हो रखा है। ऐसे में बाबा केदार के भक्त मंदाकिनी नदी किनारे बने आस्था पथ से होकर मंदिर तक पहुंचेंगे।
केदारनाथ धाम में दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्य जोरों पर चल रहे हैं। धाम में संगम पर 54 मीटर लंबा पुल, अस्पताल भवन, यात्रा कंट्रोल रूम, संगम धाट, शिव उद्यान, विश्राम गृह और मंदिर परिसर पर सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदाई का काम चल रहा है।
इन दिनों यहां इन कार्यों को पूरा करने के लिए लोनिवि सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के 700 से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं। गोल चबूतरा से मंदिर परिसर की सीढियों तक बीचोंबीच की गई खोदाई के कारण यहां पूरा रास्ता बदहाल हो गया है, जिस पर आवाजाही संभव नहीं है। ऐसे में 10 मई से शुरू हो रही बाबा केदार की यात्रा में यह मंदिर मार्ग भक्तों से वीरान रहेगा। इस बार श्रद्धालु इस रास्ते की बजाय हाट बाजार के पीछे बने सरस्वती आस्था पथ से होकर संगम पर पहुंचेंगे और वहां से मंदाकिनी नदी आस्था पथ से होकर गुजरेंगे। मंदिर के दायीं तरफ श्रद्धालुओं के लिए भव्य रेन शेल्टर भी बनाया गया है।
previous post