ऋषिकेश। नवरात्रि के पावन दिनों में, परमार्थ निकेतन आश्रम में हवन, पूजा और आरती के साथ अनंत ऊर्जा सफर ने गंगा क्लीनिंग और वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। टीम के सभी सदस्य, जो देश के विभिन्न हिस्सों से आए हैं। हवन के बाद गंगा माँ की स्वच्छता का कार्य प्रारंभ किया गया। यह सफर न केवल गंगा को स्वच्छ रखने का प्रयास है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
यंगेस्ट टैरो कार्ड रीडर, रेकी हीलर, और न्यूमरोलॉजिस्ट आयुष गुप्ता कहते हैं कि गंगा नदी भारत में केवल एक नदी नहीं है, बल्कि यह करोड़ों लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक है। इसे माँ का दर्जा दिया गया है और यह न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी हमारे जीवन का अहम हिस्सा है। इस नवरात्रि, हमने यह संदेश दिया है कि गंगा हमारी माँ है और हमें उसकी स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। आयुष गुप्ता ने अब तक 25,000 से अधिक टैरो कार्ड रीडिंग की हैं और उन्हें 100ः सटीकता के लिए पहचाना गया है। आयुष यंगेस्ट टैरोकार्ड रीडर, न्यूमरोलॉजिस्ट व रैकी हीलर हैं। आयुष और आर्विका गुप्ता अनंत ऊर्जा सफर के अंतर्गत विभिन्न देशों में रिट्रीट आयोजित कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य लोगों को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाना है। इस सफर में लोगों को रेकी और हीलिंग के माध्यम से जीवन में संतुलन और सकारात्मकता लाने के लिए प्रेरित किया जाता है। हवन और पूजा के बाद, टीम ने गंगा की सफाई का काम शुरू किया। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए सदस्यों की टीम ने गंगा किनारे फैली गंदगी और प्लास्टिक कचरे को हटाने का काम किया। सफाई अभियान के दौरान, स्थानीय लोगों को भी इस अभियान में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया गया। स्वामी चिदानंद और साध्वी जी की सानिध्य में अनंत ऊर्जा सफ़र के योगियों आयुष , आर्विका ,दीप्ति परमेश्वरी सिंह ( सामज सेविका ), निकिता, पूनम पारिक, राजवी शाह, मीरा शाह, रेयान (कैलिफोर्निया ), गुरमुख सिंह राणा , रतन सिंह राणा , वरुण धवन , गौतम , अखिल ,नवीशा, खुशबू, सौम्यमिलकर किया रुद्राक्ष के पौधों का रोपण किया। आर्विका गुप्ता ने कहा, गंगा माँ हमारी संस्कृति और सभ्यता की नींव हैं। हमें उनका सम्मान करना चाहिए और उन्हें स्वच्छ रखने का हर संभव प्रयास करना चाहिए। गंगा की सफाई के दौरान, टीम ने यह सुनिश्चित किया कि सभी सदस्य और स्वयंसेवक सुरक्षा नियमों का पालन करें। गंगा के तेज बहाव और गंदगी को साफ करने के लिए विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया गया। टीम ने बताया कि यह सफाई अभियान न केवल गंगा की सफाई का काम है, बल्कि यह एक संदेश है कि हम सभी को अपने पर्यावरण की देखभाल करनी चाहिए।