देहरादून। उत्तराखंड में बीती देर रात तीन बड़े सड़क हादसे हुए। पहला हादसा बागेश्वर के कपकोट में हुआ। दूसरा हादसा राजधानी देहरादून के समीप चकराता क्षेत्र में हुआ है। तीसरा हादसा देहरादून जिले के ही विकासनगर में हुआ है। इन दुर्घटनाओं में 5 लोगों की जान चली गई है। दो बच्चों समेत 10 लोग घायल भी हुए हैं।
बागेश्वर के कपटकोट में बुधवार देर शाम एक ऑल्टो कार गहरी खाई में गिर गई। इसकी सूचना रेस्क्यू टीम को देर से मिली। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। बागेश्वर के कपकोट इलाके के बदियाकोट में यह हादसा हुआ। एसडीआरएफ की टीम ने इस दुर्घटना स्थल से तीन बॉडी को बरामद किया। चालक सुंदर ऐठानी का शव एक दिन बाद शुक्रवार को बरामद हो गया है।
जानकारी के अनुसार सायं 5ः30 बजे एक ऑल्टो कार बदियाकोट से सोराग की तरफ आ रही थी। कार में 04 लोग (02 पुरुष, 02 महिला) सवार थे। ग्राम तीख के समीप पिंडर नदी में खाई की तरफ गड्ढे की ओर अनियन्त्रित हो कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। जिला पुलिस और स्थानीय लोगों की सहायता से हादसे में मृत 03 लोगों के शवों को निकालकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया गया। दुर्घटना के बाद से चालक लापता था। चालक की एसडीआरएफ टीम ने सर्चिंग की जा रही थी। उसका शव शुक्रवार को बरामद हुआ।
बागेश्वर में हादसे के मृतकों में सुन्दर सिंह ऐठानी (चालक), मुन्ना शाही, पूनम पांडे शामिल हैं, नीलम रावत (लापता) है। दूसरा हादसा देहरादून जिले के विकासनगर में हुआ है। यहां पिकअप और कार की टक्कर हो गई। पिकअप सहारनपुर से विकासनगर की ओर आ रही थी। कार विकासनगर से हरबर्टपुर की ओर जा रही थी। दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बंशीपुर के पास तेज रफ्तार कार ने विपरीत दिशा में आकर पिकअप को टक्कर मार दी। इस हादसे में कार चालक की मौत हो गई। पिकअप के चालक सहित तीन पिकअप सवार गंभीर रूप से घायल हो गए।
तीसरी दुर्घटना जनपद देहरादून के चकराता क्षेत्र में एक ऑल्टो वाहन के खाई में दुर्घटनाग्रस्त होने से हुई है। सूचना के बाद एसडीआरएफ टीम एडिशनल उप निरीक्षक मनीष चौहान के नेतृत्व में रेस्क्यू उपकरणों के तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। घटनास्थल पर पहुंचकर लगभग 100 मीटर नीचे खाई में उतरकर ऑल्टो वाहन तक टीम ने पहुंच बनाई। ऑल्टो में 07 लोग सवार थे। सभी को स्ट्रेचर की मदद से घायल अवस्था में खाई से बाहर निकाला गया। इसके बाद वैकल्पिक मार्ग से होते हुए मुख्य मार्ग तक लाकर उचित उपचार हेतु एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया। बताया जा रहा है कि सभी लोग हरियाणा के यमुनानगर से नया साल का जश्न मनाने के लिए यहां पहुंचे थे।