रुड़की। हरिद्वार जिले के भगवानपुर के अलग अलग गांव में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हुई है, जबकि 40 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती बताए जा रहे हैं। जिलाधिकारी दीपक रावत और एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी तेज्जुपुर में कैंप कर रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि गांव में अवैध रूप से निकाले जाने वाली कच्ची शराब पीने से ग्रामीणों की मौत हुई है।
मरने वालों में 40 साल से 55 साल उम्र तक के ग्रामीण शामिल हैं। उनके नाम राजकुमार (35 वर्ष) पुत्र राजपाल, विश्वास 30 वर्ष) पुत्र रतिराम, जसवीर (45 वर्ष) पुत्र सिताब, चरण सिंह पुत्र मुल्तान, धनीराम (57 वर्ष), संजय (46 वर्ष) पुत्र मामराज, धनीराम (45) पुत्र जवाहर, मांगे राम (40 वर्ष) पुत्र बलजीत, ज्ञान सिंह (56 साल) पुत्र जीराम, सोराज (40 पुत्र) सुमेर सिंह, चंद्र (50 वर्ष) पुत्र मेहर सिंह, ध्यान सिंह (30 पुत्र) हरपाल, नरेश (48) व जाहरू (50) पुत्रगण सिमर शामिल हैं।
ये ग्रामीण ग्राम बालूपुर, बिंदु, जहाजगढ़, तेजजूपुर, भलस्वागाज आदि के रहने वाले हैं। जबकि सेठ पाल, सुशील, संजय, कुलदीप, धनीराम सहित 40 लोग आस पास के निजी अस्पतालों में भर्ती बताए जा रहे हैं।
आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि मौके पर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम भेजी गई है। घर में बनाई गई कच्ची शराब के सेवन से मौत की सूचना आ रही है। साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं मामला फूड प्वाइजनिंग का तो नहीं है।
आबकारी निरीक्षक समेत 13 निलंबित
12 मौतों की घटना से नाराज प्रमुख सचिव सचिव आनंद वर्धन ने आबकारी निरीक्षक समेत 13 लोगों को निलंबित कर दिया। सभी को मुख्यालय ज्वाइन करने के आदेश तत्काल दिये गए हैं। चेकिंग, प्रवर्तन के मामले में सभी लापरवाह पाए गए।