कोटद्वार-उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जो बीस हजार महिला समूहों को बिना ब्याज के एक लाख से पांच लाख रुपये तक का ऋण देगा। जिससे वे लघु कुटीर उद्योग से लेकर अन्य कारोबार कर स्वरोजगार को बढ़ावा देंगे। यह बात सूबे के सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कही।रविवार को जिला सहकारी बैंक के मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में एक हजार करोड़ का ऋण किसानों को दिया जायेगा। जिससे वे पशु पालन, खेती, पापड़ उत्पादन, मशरूम उत्पादन का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा वन टाइम सेटलमेंट योजना के तहत ऋण दाताओं को लाभान्वित करने के लिए बैंक ने सौ दिन की योजना के तहत सात अक्तूबर तक कार्ययोजना को धरातल में उतारा है जिससे ऋणदाता जो कि मूलधन के बराबर ब्याज दे चुका है को अब ब्याज नहीं देना होगा वह केवल मूलधन इस तिथि तक जमा कर सकता है। डॉ. रावत ने हर जिले में मोबाइल एटीएम व्यवस्था को सुचारू करने की बात कही। कहा कि अब जल्द बैंकों को 452 रिक्त पदों पर कर्मचारी मिल जायेंगे और पारदर्शी भर्ती परीक्षा को ऑनलाइन करवाया गया तथा केवल उत्तराखंड के मूल निवासियों को इस परीक्षा में प्रतिभाग करने का मौका दिया गया। डा. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में जिला सहकारी बैंकों में कुल 391 करोड़ का एनपीए था जिसमें से 30 करोड़ रुपये एनपीए खातों से प्राप्त हो चुका है और कई बैंकों में अब यह राशि तीन प्रतिशत से नीचे हैं जो कि संतोषजनक है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि बैंक की योजनाओं को लाभ हर किसी को मिले इसके लिए बैंक ने जनता को लाभान्वित करने के लिए कई योजनायें धरातल पर उतारी हैं। इस मौके पर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह रावत, उमेश त्रिपाठी, सम्पत सिंह, अतर सिंह असवाल, सुरेन्द्र प्रताप , गणेश भट्ट, प्रवीन दानू, डीजीएम वन्दना लखेड़ा सहित भाजपा नेता व बैंक के अधिकारी उपस्थित थे।
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