देहरादून, UK Review) । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी कार्य धरातल पर चल रहे हैं, उनका समय-समय पर अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाय। सचिवालय में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तर पर अधीक्षण अभियन्ता व चीफ इंजीनियर प्रत्येक 15 दिनों में कार्यस्थल पर जाकर कार्य प्रगति व गुणवत्ता का निरीक्षण करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही और शिकायत पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कार्यों की गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाय। आउटकम बेस्ड डिलिवरी परर्फोमेंस पर बल दिया जाय। विभागों को कार्य पूर्ण करने का जो लक्ष्य मिला है, उन्हें समयबद्धता के साथ पूर्ण किया जाय। जन सुविधाओं के दृष्टिगत महत्वपूर्ण प्रकृति के कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता दी जाय। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों चारधाम यात्रा के अन्तर्गत मोटर मार्गों के नवनिर्माण व पुननिर्माण, सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग के पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण, व डोबरा चांठी भारी वाहन झूला सेतु निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि डोबरा चांठी पुल का निर्माण कार्य मार्च 2020 तक पूर्ण कर लिया जाय। 440 मीटर लम्बाई के डोबरा चांठी झूला पुल का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि जिन कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है, उनका भुगतान भी समय पर हो। उन्होंने सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत कार्ययोजना बनाने को कहा, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि चारधाम प्रोजक्ट के तहत 11700 करोड़ रूपये के प्रस्तावित कार्यों में कार्य गतिमान है। इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव राधिका झा, एनएचआई से हरिओम शर्मा, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व विडियो कांफ्रेंसिंग से जुडे़ सबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।