उत्तराखण्ड

जागेश्वर में श्रावणी मेले का रंगारंग समापन

(UK Review)अल्मोड़ा। प्रसिद्व धाम जागेश्वर में एक माह से चल रहे श्रावणी मेले का आज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। मेले के समापन के अवसर पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया भी मौजूद रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाओं को देने का प्रयास किया गया था जिस पर सफलता प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष श्रावणी मेले में लाखो श्रद्धालुओं ने जागेश्वर मन्दिर के दर्शन किये। उन्होंने सभी लोगो व विभागों का मेले के सफलतापूर्वक संचालन के लिए आभार व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूर्ण ध्यान रखा गया। जो कमियाॅ रह गयी है उन्हें अगले वर्ष पूर्ण करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष शटल सेवा, पार्किंग, मोबाइल शौचालय, टीन शैड व बैंच आदि का निर्माण कर श्रद्धालुओं को सुविधा देने का प्रयास किया गया।
  जिलाधिकारी ने कहा कि जागेश्वर मन्दिर में होने वाली आरती को आनलाईन करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे मन्दिर समिति की आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। इस वर्ष विभिन्न स्रोतों से लगभग 31 लाख रू0 की आमदनी समिति को हुई जो गत वर्ष से लगभग 07 लाख रू0 अधिक है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही एक वृहद सफाई अभियान भी जागेश्वर में चलाया जायेगा। मेले को और अधिक भव्य बनाये जाने के लिए सभी को सहयोग देने की जरूरत है। समापन के अवसर पर उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष गोविन्द सिंह पिलख्वाल व भाजपा नेता सुभाष पाण्डे ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए मेले के सफल समापन के लिए प्रशासन व अन्य लोगो को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सर्वाधिक श्रद्धालु जागेश्वर मन्दिर दर्शन करने आये और सभी व्यवस्थायें श्रद्धालुओं के लिए काफी अच्छी थी। वक्ताओं ने जागेश्वर के आसपास के मन्दिरों को भी पर्यटन सर्किट से जोड़ने के प्रयास करने की बात कही।
मेलाधिकारीध्उपजिलाधिकारी भनौली मोनिका ने मेले में सभी सहयोगी विभागों, पुलिस, पुजारियों, स्वयंसेवकों, स्वयं सहायता समूहों व अन्य का आभार व्यक्त किया। प्रबन्धक मन्दिर समिति भगवान भटट ने इस वर्ष मेले के दौरान विभिन्न विभागों के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस वर्ष किये गये नये कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से बताया। समापन के अवसर पर मेले को पूर्ण योगदान देने के लिए निर्बल स्वयं सहायता समूह व कार्य करने वाले वालंटियरांे को सम्मानित किया साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्थान पाने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र दिये गये। इस अवसर पर दपर्ण कला समिति व अन्य सांस्कृतिक दलों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। समापन अवसर पर मन्दिर समिति के उपाध्यक्ष गोविन्द गोपाल, हरिमोहन भटट, कमलनाथ, हरीश भटट, बलवन्त गैड़ा, उप शिक्षाधिकारी हरीश रौतेला, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत गजेन्द्र सिंह कठैत सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जगदीश भट्ट ने किया।

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