UK Review जोशीमठ,संवाददाता। विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी गुरुवार 31 अक्तूबर को शीतकाल में पर्यटकों के लिए बंद कर दी जाएगी। एक जून को विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खोला गया था। इस साल यहां पर्यटकों की आमद और राजस्व का नया रिकॉर्ड बना। 17 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने फूलों की घाटी का दीदार किया इनसे 27 लाख से अधिक का राजस्व अर्जित हुआ। वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद कुछ सालों तक यहां पर्यटकों का रुख बहुत कम रहा। आपदा के अगले साल यानि वर्ष 2014 में 484 पर्यटक और 2015 में 181 पर्यटक ही फूलों की घाटी पहुंचे थे। लेकिनए इसके बाद साल.दर.साल यह संख्या बढ़ती गई। फूलों की घाटी प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। हिमालय श्रृंखला की यह घाटी फूलों की विभिन्न प्रजातियों से मौसम के अनुकूल गुलजार रहती हैं। कहा जाता है कि लक्ष्मण की रक्षा के लिए हनुमान यहां संजीवनी लेने आए थे। इस घाटी में फूलों की 521 प्रजातियां हैं।इसे विश्व की धरोहर घोषित किया गया है। फूलों की घाटी 87ण्50 किमी वर्ग क्षेत्र में फैली है। हिमाच्छादित पर्वतों से घिरी हुई यह घाटी बेहद खूबसूरत है। यह क्षेत्र बागवानी विशेषज्ञों और फूल प्रेमियों के लिए बेहद फेमस है।