नैनीताल, UK Review। जनपद में टेलीमेडिसिन सेवा शीघ्र प्रारंभ होगी तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सूत पोर्टल व आशा कार्यकर्तियों के विभिन्न कार्यों के भुगतान हेतु तृप्ति पोर्टल का विधिवत शुभारंभ शीघ्र ही मुख्यमंत्री के जनपद भ्रमण के दौरान किया जाएगा। इस सभी कार्यों की प्रगति समीक्षा जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुद्धवार को विकास भवन सभागार में की।जिलाधिकारी श्री बंसल द्वारा ओखलकाण्डा में टेलीमेडिसिन सेवा सुशीला तिवारी चिकित्सालय के सहयोग से प्रारंभ करने हेतु केअर एक्सपर्ट प्रा.लि.गुड़गाॅव से एमओयू पूर्व में किया जा चुका है। टेलीमेडिसन के संचालन हेतु केअर एक्सपर्ट संस्था द्वारा की गई तैयारियों न नाखुशी जताते हुए तीन दिन के भीतर सभी तैयारियाॅं पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि ओखलकाण्डा चिकित्सालय में टेलीमेडिसिन सेवा संचालन में भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी न हों। श्री बंसल ने केअर एक्सपर्ट लि. के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि टेलीमेडिसिन सेवा संचालन के लिए आधुनिकतम तकनीकियों का समावेश किया जाए ताकि दूरस्थ क्षेत्र की जनता को उनही के क्षेत्र में स्वास्थ्य उपचार मिल सके। उन्होंने टेलीमेडिसिन सेवा के सफल संचालन के लिए केअर एक्सपर्ट लि. व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को आपसी तालमेल से कार्य करने के निर्देश भी दिए।
जनपद में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों पर पैनी नजर रखने हेतु सूत पोर्टल का शीघ्र शुभारंभ किया जाएगा। जिसके माध्यम से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम, विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रो में निर्धारित रोस्टर के अनुसार जाना सुनिश्चित करेंगे। विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाने पर स्वास्थ्य टीम अपने टीम के साथ पोर्टल पर फोटो अपलोड कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ ही उपस्थित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए भी बच्चों के फोटो अपलोड करेंगे। पोर्टल के माध्यम से स्कूल तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के उपरान्त बीमार बच्चों को उच्च चिकित्सालयों में स्वास्थ्य उपचार हेतु भेजा जाएगा, स्वास्थ्य उपचार हेतु चिन्हित बच्चों के नाम, अभिभावक का नाम व पता, स्कूल के नाम सहित अपलोड करना होगा ताकि पोर्टल पर उच्च चिकित्सालयों में उपचार हेतु रेफर बच्चों की माॅनीटरिंग की जा सके।श्री बंसल ने पोर्टल डेवलोपर को निर्देश दिए कि पोर्टल में आरबीएसके टीमों व डिस्ट्रिक्ट इंवेन्टर सेंटर को अलग-अलग लाॅग इन पासवर्ड उपलब्ध कराया जाए ताकि उनके कार्यों की गहनता से मोनीटरिंग हो सके। श्री बंसल ने स्पष्ट किया कि चिन्हित बच्चों के उच्चस्तीय ईलाज के पश्चात बच्चें की फाईनल फोटो पोर्टल पर अपलोड करने का दायित्व डीआईसी (डिस्ट्रिक्ट इंवेन्टर सेंटर का) होगा। श्री बंसल ने निर्देश दिए कि पोर्टल पर टीम कोड अपलोड किए जाये, आरबीएसके में चिन्हित 38 बीमारियों के अलावा अन्य का विकल्प उपलब्ध कराया जाने सहित अन्य महत्वपूर्ण परिवर्तन पोर्टल में करने के निर्देश देते हुए कहा कि आधुनिक तकीनीकि का उपयोग सुविधाएं देने व कार्यों में पारदर्शिता लाने एवं नियमित माॅनीटरिंग के लिए किया जा रहा है ताकि बच्चों को समय से स्वास्थ्य लाभ एवं उपचार मिल सके।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने
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