देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास से विकास भवन देहरादून एवं देहरादून सदर तहसील कार्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर देहरादून कलेक्ट्रेट के सभागार का भी लोकार्पण किया गया। इस सभागार का नाम ऋषिपर्णा सभागार रखा गया है। अब देहरादून कलेक्ट्रेट के साथ ही विकास भवन, जिला विकास अधिकारी कार्यालय, डीआरडीए कार्यालय एवं सदर तहसील ई-ऑफिस से जुड़ गये हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने ई-प्रणाली को बढ़ावा दिया है। इन कार्यालयों के ई-ऑफिस प्रणाली से जुड़ने से कार्यों में पारदर्शिता के साथ गतिशीलता भी आयेगी। सरकार और प्रशासन के प्रति लोगों का विश्वास भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कार्यप्रणाली का पारदर्शिता के साथ जनकल्याणकारी होना भी जरूरी है। ई-ऑफिस प्रणाली से जहां कार्यों में तेजी आयेगी, लोगों को अनावश्यक कार्यालयों में नहीं भटकना पड़ेगा। फाइलों की जानकारी भी लोगों को ऑनलाईन प्राप्त होगी। इससे अधिकारियों का समय भी बचेगा और लोगों का धन की बचत भी होगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि ई-कार्यप्रणाली पर राज्य सरकार का विशेष ध्यान है। राज्य में ई-कैबिनेट शुरू की गई है। सचिवालय में भी 16 ऑफिस ई-ऑफिस से जुड़ चुके हैं। प्रधानमंत्री जी के डिजिटल इंडिया की दिशा में राज्य में अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। डिजिटाईजेशन होने से आज लोगों को अनेक फायदे हो रहे हैं। जनधन खातों में डिजिटल पेमेंट से गरीबों को काफी सुविधा हुई है। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट में जो ऋषिपर्णा सभागार बनाया गया है, यह ऋषिपर्णा नदी की स्वच्छता एवं निर्मलता एवं इसके लिए दिये जा रहे जन सहयोग के लिए याद किया जायेगा। उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध कवि चन्द्र कुंवर बर्तवाल ने ऋषिपर्णा नदी पर एक सुन्दर कविता लिखी थी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि उनकी ऋषिपर्णा पर लिखी गई कविता को इस सभागार में लगाया जाय।जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि देहरादून प्रदेश का पहला जनपद है, जहां कलक्ट्रेट एवं विकासभवन ई-ऑफिस से जुड़ चुके हैं। देहरादून के अन्य तहसीलों को भी जल्द ई-ऑफिस से जोड़ा जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी देहरादून नितिका खण्डेलवाल ने कहा कि दूसरे चरण में जनपद के सभी विकासखण्डों एवं तृतीय चरण में अन्य कार्यालयों को ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ा जायेगा। इस अवसर मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त, एडीएम अरविन्द पाण्डेय, वीर सिंह बुदियाल एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।