देहरादून। ‘‘पढ़ो दून-बढ़ो दून’’ सम्पूर्ण साक्षर देहरादून, मेरी जिम्मेदारी’’ को मिशन मोड में लांच कर यह कार्यक्रम बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग के माध्यम से संचालित किया जायेगा, जिसके तहत् जनपद के सभी निरक्षर व्यक्तियों महिलाओं को शत् प्रतिशत् साक्षर बनाने के लिए आगामी गणतन्त्र दिवस 26 जनवरी 2021 की समय-सीमा प्रस्तावित की जा रही है।
सम्पूर्ण साक्षरता के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि गत अगस्त से प्रारम्भ हुए सामुदायिक निगरानी के वर्तमान चरण 04 सितम्बर 2020 तक जनपद में कुल 19122 निरक्षर व्यक्तियों की पहचान की गई है, जिनमें विकासखण्ड कालसी के 937, चकराता के 588, सहसपुर के 5031, रायपुर के 3402, डोईवाला के 1867, विकासनगर के 3840 एवं शहर देहरादून के 3457 निरक्षर व्यक्ति शामिल है। उन्होंने बताया कि जनपद देहरादून को शत् प्रतिशत् साक्षर बनाने के उद्देश्य से मिशन मोड में यह कार्यक्रम लांच किया जा रहा है। कोरोना संकट के दौरान सामुदायिक निगरानी के मध्य यह विचार आया कि साक्षर जनपद के लिए निरक्षर व्यक्तियों का वास्तविक आंकड़ा संकलित कर लिया जाय।
साक्षरता के इस अभियान के तहत् निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाने के लिए शिक्षा विभाग के साथ-साथ छात्र स्वयं सेवकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों, कर्मचारियों एवं ग्रहणियों को ‘‘मेरा सामाजिक उत्तरदायित्व’’ के अन्तर्गत इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए आज जिलाधिकारी द्वारा पोर्टल लांच किया गया जिसमें इच्छुक स्वंयसेवक, स्मार्ट सिटी के इस पोर्टल पर जाकर रजिस्टेªशन कर सकते है तथा किस क्षेत्र के कितने निरक्षर व्यक्तियों को वे स्वेच्छा से साक्षर बनाने के लिए चयनित करते हैं इसका भी अंकन कर सकते है। उन्होंने कहा कि जनपद के प्रौढ निरक्षरों को पढाने के लिए स्वयं सेवक को अपना रजिस्टेªशन करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वयं सेवक 5 निरक्षरों को साक्षर करेगा। साक्षरता का यह कोर्स 3 माह तक चलाया जायेगा। जनपद को साक्षर बनाने के लिए शिक्षा विभाग द्वार पूर्व में निर्धारित पाठ्यक्रम को आधार माना जायेगा तथा मिशन मोड में जनपद को शत् प्रतिशत् साक्षर बनाने हेतु 26 जनवरी 2021 की समय सीमा प्रस्तावित की जा रही है। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग अभिषेक मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक यशवंत सिंह चैहान, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक राजेन्द्र सिंह रावत आदि उपस्थित थे।