देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बाहरी राज्यों से उत्तराखण्ड आने वाले पर्यटकों के साथ बार्डर पर किये जा रहे बर्ताव पर अप्रसन्नता प्रकट करते हुए बाहर से आने वाले पर्यटकों की आवाजाही में शिथिलता बरते जाने की मांग की है। प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के माध्यम से जारी बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य का मुख्य व्यवसाय पर्यटन है परन्तु राज्य सरकार की नीतियों के कारण जिस प्रकार राज्य की सीमाओं पर बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के साथ व्यवहार किया जा रहा है वह राज्य के पर्यटन व्यवसाय के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।
प्रीतम सिंह ने प्रदेश के व्यवसायियों खासकर परिवहन एवं पर्यटन व्यवसाय से जुडे लोगों को होने वाली दिक्कतों का जिक्र करते हुए कहा कि इन लोगों को लाॅक डाउन के चलते भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मात्र चार माह तक चलने वाले व्यवसाय से इन लोगों के परिवार का सालभर का खर्च चलता है। पर्यटन वाहन, रिवर रफ्टिंग, पैरा ग्लाइडिंग, रिर्सोट आदि व्यवसाय से जुडे हुए लोगों के लिए आज रोजी-रोटी का भारी संकट खड़ा हो गया है। अब जबकि कोविड-19 अनलाॅक की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तथा देशभर में आवागमन निर्वाध रूप से चालू हो चुका है ऐसे में केन्द्र की गाईड लाईन को दर किनार करते हुए राज्य की सीमाओं पर बाहर से आने वाले पर्यटकों को कोविड के नाम पर तंग किया जा रहा है तथा जुर्माने के नाम पर भारी भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। जिसका सीधा प्रभाव राज्य के पर्यटन पर पड रहा है तथा राज्य की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एक ओर राज्य सरकार पर्यटकों को यातायात में छूट देने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर राज्य की सीमाओं पर पुलिस कर्मियों द्वारा जुर्माने के नाम पर पर्यटकों का शोषण किया जा रहा है। प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि यदि सरकार ने एक सप्ताह के अन्दर राज्य की सीमाओं को केन्द्र की गाईड लाईन के अनुसार बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए नहीं खोला तथा सभी बार्डरों पर हो रहे भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी राज्य के बार्डरों पर विशाल धरना प्रदर्शन करेगी।