देहरादून। कांग्रेस पीक कोरोना काल में भी जिस प्रकार से अनावश्यक रूप से नित नये प्रपंच रच रही है और विभिन्न आधारहीन मुद्दों को लेकर धरना, प्रदर्शन, पुतला दहन आदि कर रही है वह कोरोना काल में बीमारी को बढ़ाने वाला साबित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर कांग्रेस ने बेरोजगारी दिवस मना कर यह सिद्ध कर दिया है कि वह नरेंद्र मोदी के आने के बाद कांग्रेस की राजनीतिक बेरोजगारी से बहुत त्रस्त है और जगह जगह उसका प्रदर्शन प्रदर्शित कर रहा है कि उसे इससे उबरने की आशा की किरण भी दिखाई दे रही है।
यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा नेता विनय गोयल ने कहा कि कांग्रेस ने 10 वर्षों तक उत्तराखंड में शासन किया है। कांग्रेस को अपने समय दिए गए रोजगार के आंकड़े जनता के सामने लाने चाहिए ताकि जनता उनके दावों की असलियत को भली-भांति समझ सके। उनके समय के बेरोजगार, बेरोजगारी भत्ता दिए जाने के उनके झूठे है वादों को भी भूले नहीं हैं। उन्होंने अपने वादे के मुताबिक ना तो रोजगार ही दिया और ना ही बेरोजगारी भत्ता ही। जबकि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार हजारों लोगों को स्वरोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध करा रही है जिसमें वह अपने लिए रोजगार के साथ साथ अन्य को भी रोजगार देने वाले बन रहे हैं। जहां तक कांग्रेस की राजनीतिक बेरोजगारी का प्रश्न है, जिस प्रकार से कॉन्ग्रेस आचरण कर रही है वह लंबे समय तक राजनीतिक रूप से बेरोजगार ही रहेगी।