देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने आज सम्पन्न उत्तराखंड विधानसभा सत्र को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि कोरोना संकट में हुए इस सत्र में समस्त विधाई कार्य सम्पन्न हुए। जिसके लिए सदन के नेता व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व संसदीय कार्य मंत्री का कार्य निर्वहन कर रहे मंत्री मदन कौशिक बधाई के पात्र है। उन्होंने कांग्रेस सहित विपक्ष की भूमिका को गैरजिम्मेदार बताते हुए उनकी आलोचना की और कहा कि कांग्रेस की गुटबंदी फिर सामने आई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने जिन्होंने स्वयं विधायक होने के नाते विधानसभा की कार्यवाही में वर्चुअल रूप से जुड़ते हुए भाग लिया ने कहा कि उत्तराखंड विधान सभा का यह सत्र कई मायने में ऐतिहासिक रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में सत्र का आयोजन बड़ी चुनौती था। लेकिन इस चुनौती के बीच यह सत्र हुआ, सभी विधाई कार्य पूरे हुए व संवैधानिक बाध्यता को भी सफलता से पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि सत्र में सभी विधायक भाग लें सकें और कोई समस्या भी न पैदा इसके लिए तकनीक का प्रयोग करते हुए विधायकों के वर्चुअल रूप से जुड़ने का विकल्प भी रखा गया। इन सबके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जो सदन के नेता भी है व मंत्री मदन कौशिक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने पीठ पर विराजमान उप सभापति रघुनाथ सिंह चैहान को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि मंत्री गण, विधायक गण, अधिकारी, कर्मचारी व पुलिसकर्मी को भी बधाई है। श्री भगत ने कहा कि आज की कार्यवाही में कांग्रेस सहित विपक्ष की जो भूमिका रही वह पूर्ण रूप से गैर जिम्मेदार थी और इसके साथ ही कांग्रेस की गुटबंदी फिर सामने आ गई। कांग्रेस के नेताओं का अपने ही विधायकों पर ही अंकुश नहीं था और उनका परस्पर टकराव सदन के संचालन में बाधक रहा। सरकार निर्धारित मुद्दों पर चर्चा चाहती थी पर कांग्रेस विधायक बाधा डालने, सदन का अनुशासन भंग करने व अपने दल वालों को ही नीचा दिखाने पर उतारू थे। श्री भगत ने कांग्रेस अध्यक्ष व तीन अन्य विधायकों के ट्रेक्टर पर सदन में आने को नाटक बताया व कहा कि यह मीडिया में आने के लिए की गई नौटंकी थी।अब कांग्रेस द्वारा सदन में विपक्ष को न बोलने देने का आरोप लगते हुए राज्यपाल से मिलने का जो कार्यक्रम बनाया गया है वह भी नाटक है।
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