देहरादून। कोविड-19 संकट ने भारत के साथ-साथ दुनिया भर में अभूतपूर्व चुनौतियां पेश की हैं और इसकी चपेट में बहुत से लोग आये हैं। हमारे समुदाय के कुछ कमजोर वर्ग, जैसे प्रवासी मजदूरों, पर इसका विशेष रूप से कठोर प्रभाव पड़ा है। प्रवासी मजदूरों की मदद करने की दिशा में कदम उठाते हुए प्लैटिनम गिल्ड इंडिया ने ऑक्सफैम इंडिया के साथ हाथ मिलाया है, और टिनम सीजन ऑफ होप के नाम से एक पहल की शुरुआत की है। यह पहल 3 महीने की अवधि में 4500 परिवारों को प्रभावित करेगीए जिसमें लगभग 22,500 व्यक्ति शामिल रहेंगे। राहत पैकेज के 3 प्रमुख हिस्से हैं. दैनिक भोजनध् भोजन सामग्री, सैनिटरी किट के साथ-साथ आवश्यक नॉन-फूड वस्तुओं के रूप में डायरेक्ट ट्रांसफर। यह पश्चिम बंगालए झारखंड, ओडिशा और बिहार राज्य के लोगों को राहत देगा, जहां लोग महामारी के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के भी शिकार हुए हैं। इस पहल के साथए लक्ष्य यह है कि जहां सबसे अधिक आवश्यकता है, उन जगहों पर उम्मीद की ज्योति जलाई जाये।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए, वैशाली बनर्जी, मैनेजिंग डायरेक्टर, पीजीआई इंडिया, ने कहा कि ष्जीआई मेंष् हमारा उद्देश्य,समुदाय को वापस सहयोग देने और हमारे इकोसिस्टम को एकजुट बनाये रखने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए एक आशा की किरण बनना है। इस पहल की शुरुआत करने के लिए ऑक्सफैम इंडिया से जुड़कर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। वास्तव में यही कारण और उद्देश्य था, जिसकी वजह से हम इसे ‘सीजन ऑफ होप’ कह रहे हैं। वैश्विक महामारी ने हमें आभारी होना सिखाया है और प्रशंसा की एक नई भावना का अहसास जगाया है। इस पहल के जरिये, उन मूल्यों और भावनाओं की तरफ लौटते हुए, जो आशावाद की भावना को जगाती हैं, हम आभार प्रकट करने की भावना को दर्शाने का लक्ष्य रखते हैं।