देहरादून। देहरादून जनपद के कोविड उपचार व्यवस्थाओं के प्रभारी मंत्री तथा सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, एम0एस0एम0ई0 तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गणेश जोशी द्वारा सोमवार को सहत्रधारा स्थित आयुष हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्र में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस अस्पताल में कम से कम पांच आक्सीजन बेड की व्यवस्था कर इसे आयुर्वेदिक कोविड हेल्थ केयर सेंटर के तौर पर विकसित किया जाए। इन पांच बेड के लिए आक्सीजन की आपूर्ति आक्सीजन कंसंट्रेटर पर आधारित होगी।
उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद से आयुर्वेदिक एवं युनानी चिकित्सकों द्वारा निरन्तर अपनी सेवाऐं दी जा रही है। इन चिकित्सकों द्वारा समय-समय पर राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के कार्यक्रमों, यात्राओं तथा आपदाओं एवं कुम्भ मेले में सराहनीय कार्य किया जाता रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के चिकित्सक अपनी डॉक्टरी शिक्षा के दौरान आधुनिक चिकित्सा विज्ञान से जुड़े सभी विषयों को भी पढ़ते हैं। पूर्ववर्ती एवं वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौरान भी आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया जा रहा है। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत राज्य के आयुर्वेदिक चिकित्सकों को आकस्मिक स्थिति में उत्तर प्रदेश, हिमाचल तथा छतीसगढ़ व अन्य राज्यों द्वारा अपने आयुर्वेदिक चिकित्सकों को इस मोर्चे पर लगा कर जनता को तत्काल उपचार व्यवस्थाएं प्रदान की जा रही हैं। इस अस्पताल पर दूर-दराज के गांवों की निर्भरता है इसलिए हम सुनिश्चित करेंगे कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्यति की उपचार व्यवस्था को भी नागरिकों की सेवा में तत्काल तैनात कर त्वरित राहत प्रदान की जा सके। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक आयुर्वेदिक डा0 आरपी सिंह, डा0 केएस नपच्याल, जिला आयुर्वेद तथा युनानी अधिकारी डा0 मिथिलेश कुमार, जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य धीरज थापा, अरविन्द तोपवाल आदि उपस्थित रहे।
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