देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी में स्प्रिंग टर्म-22 पासिंग आउट कोर्स का पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया। जिसमें 150 नियमित पाठ्यक्रम और 133 तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेट्स को सम्मानित किया गया। जेंटलमैन कैडेट्स को लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह, परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट मेडल ने सम्मानित किया।
भारतीय सैन्य अकादमी में जेंटलमैन कैडेट्स को दिया जाने वाला प्रशिक्षण सैन्य बुनियादी बातों और नेतृत्व के साथ-साथ बुनियादी सैन्य कौशल में दक्षता का व्यापक ज्ञान प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य भविष्य के लिए तैयार अधिकारियों के लिए आवश्यक चरित्र, बुद्धि, फिटनेस और क्षमता के गुणों को विकसित करना है, जिन्हें अपने करियर में हर समय नेतृत्व करने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय सैन्य अकादमी की तरफ से जैंटलमैन कैडेट्स को बेहतर प्रशिक्षण दिया जाता है। अकादमी में नियमित और तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम के लिए कई जेंटलमैन कैडेट्स को सम्मानित किया गया। कमांडेंट ने अपने संबोधन में कहा कि युद्ध का मैदान आज सीमा रेखा से आगे बढ़ गया है, परिचालन स्पेक्ट्रम जटिल हो गया है। विरोधी नियमों का पालन नहीं करता है। संपर्क और गैर-संपर्क युद्ध, नेटवर्क, सूचना, और राज्य के साथ-साथ गैर-राज्य द्वारा छेड़े गए। साइबर युद्ध के संलयन के साथ आज संघर्ष बहुआयामी हैं। भविष्य में सैनिकों को न केवल आधुनिक युद्ध की प्रकृति की गहरी समझ होनी चाहिए, बल्कि जटिल युद्ध क्षेत्र के माहौल में काम करने के लिए कुशल और प्रशिक्षित होना चाहिए। कमांडेंट ने कोविड-19 के प्रसार के कारण बाधाओं और चुनौतियों के बावजूद इस तरह के उच्च मानकों को हासिल करने के लिए सभी की सराहना की। कमांडेंट ने उन्हें आवंटित विभिन्न सेवाओं में आगे की सफलता और गौरव की कामना की।
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