देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रदेश के पहाड़ी जिलों में अतिक्रमण के नाम पर तोड़-फोड़ की कार्रवाई को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पहाड़ी क्षेत्र के लोगों के हक-हकूक छीनकर उन्हें पलायन करने को मजबूर कर रही है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल ने एक बयान में कहा कि पर्वतीय क्षेत्र के 90 प्रतिशत निवासी नजूल भूमि पर सदियों से निवास कर रहे हैं। वर्षों पुरानी निर्मित सड़कों के किनारे छोटे-मोटे व्यवसाय कर आजीविका चला रहे हैं।
किसी भी सरकार ने उन्हें अतिक्रमणकारी नहीं माना, लेकिन भाजपा सरकार ने न्यायालय के आदेश का हवाला देकर उन्हें उजाड़ा है। इसे किसी भी स्थिति में न्याय संगत नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं कर पाई।
गोदियाल ने कहा कि बेरोजगारों के लिए रोजगार के साधन नहीं है। जो लोग छोटा-मोटा व्यवसाय कर आजीविका चला रहे हैं, उसे भी छीना जा रहा है। सरकार की कार्रवाई से कई परिवारों को खुले में सोना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से पर्वतीय जनपदों के लिए अलग नीति बनाने और अतिक्रमण वाले क्षेत्रों की सीमा में आने वालों का अन्यत्र विस्थापन करने की मांग की। उन्होंने तोड़-फोड़ की कार्रवाई बंद करने की मांग भी की।