देहरादून। श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952 के अध्यक्ष व कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर व माँ शक्ति प्रोडक्शन की उत्तराखंड की कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए देहरादून के सबसे बड़े मॉल, मॉल ऑफ देहरादून के पीवीआर सिनेमा में एक बेहतरीन उत्त्तराखंडी फिल्म ‘कारा एक प्रथा’ का एक ‘स्पेशल प्रीमियर शो’ गढ़वाली फिल्मों और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिये आयोजित किया गया ।
श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून के अध्यक्ष व कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा कि पुरानी टिहरी के सुनील बडोनी ने गढ़वाली फ़िल्म को इतने शानदार स्तर से बनाना व प्रचार प्रसार होना, हम सबके लिये गर्व की बात है। यह फ़िल्म उत्तराखंड सिनेमा का एक मील का पत्थर है इसीलिए हमारी रामलीला समिति ने गढ़वाली संस्कृति को प्रचिलित करने वउत्तराखंड के रीजनल सिनेमा – गढ़वाली और कुमाऊँनी भाषा को प्रोत्साहन के लिए स्पेशल प्रीमियर शो का आयोजन करवाया है। ऐसे गढ़वाली सिनेमा से हमारी गढ़वाली भाषा व गढ़वाल की संस्कृति मजबूत होगी।
फ़िल्म निर्माता सुनील बडोनी ने कहा कि यह फिल्म 2005 में उत्तराखण्ड की सत्य घटना पर आधारित है। हमने इस कारा प्रथा के बारे में रिसर्च किया और इसको बॉलीवुड की तकनीक से प्रस्तुत करने की कोशिश की, जिसको दर्शकों ने अपार स्नेत दिया। अब हम यह फ़िल्म ऋषिकेश, टिहरी और हरिद्वार में रिलीज करेंगे। सुनील बडोनी गढ़वाली फिल्मों के जाने माने नायक व पहले चुनींदा सुपरस्टार में से एक हैं और उन्होंने कई प्रसिद्ध गढ़वाली फिल्मों जैसे बेटी ब्वारी, मेरु गढ़वाल, बाटा की ब्योली, औलाद आदि फिल्मों में काम व निर्माण किया है। सुनील बडोनी व उनकी धर्मपत्नी परिणीता बडोनी की प्रोडक्शन हाउस – माँ शक्ति पिक्चर्स ने कारा एक प्रथा का निर्माण किया गया है। श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून के अध्यक्ष व कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर व मां शक्ति प्रोडक्शन द्वारा आयोजित स्पेशल प्रीमियर शो में अध्यक्ष अभिनव थापर, सुनील बडोनी, दिनेश बौड़ाई, मग्नानन्द नौटियाल, गिरीश पैन्यूली, दुर्गा भट्ट, अनिल, नरेश कुमार, सरिता जुयाल, निवेदिता जोशी आदि ने भाग लिया।
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