देहरादून। प्रधानाचार्य द्वारा छात्रा से छेड़छाड़ के मामले को शिक्षा विभाग ने संदिग्ध बताया है। विभागीय जांच में प्रधानाचार्य को अनुशासनप्रिय और सख्त बताया गया है। एक तरह से उन्हें क्लीन चिट दे दी है। वहीं, मुख्य शिक्षा अधिकारी की सिफारिश पर निदेशालय ने आरोपी प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया है।
कुछ दिन पूर्व मोहकमपुर क्षेत्र के एक विद्यालय में छात्रा ने प्रधानाचार्य पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। इसके विरोध में छात्रा के परिजनों व कुछ अन्य लोगों ने विद्यालय में प्रधानाचार्य की पिटाई कर दी थी। परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने प्रधानाचार्य को गिरफ्तार कर लिया।
कोर्ट के आदेश पर प्रधानाचार्य को जेल भेज दिया गया था। वहीं, इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने भी अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट सीईओ को सौंप दी है। रिपोर्ट में पीड़िता की सहेली, स्कूल स्टाफ, अन्य छात्र-छात्राओं के साथ ही निकटवर्ती स्कूल के शिक्षकों से भी पूछताछ का दावा किया गया है।
रिपोर्ट में प्रधानाचार्य पर अनुशासन के लिए प्रताड़ित करने की बात कही गई है। छेड़छाड़ को संदिग्ध मानते हुए जांच अधिकारी ने लिखा कि जिस समय की घटना बताई जा रही है, उस समय कार्यालय में दो महिला समेत कई अन्य कर्मचारी मौजूद थे। उन्होंने छेड़छाड़ जैसी किसी घटना से इनकार किया है। साथ ही उन्होंने प्रकरण की जांच किसी महिला अधिकारी से कराने का अनुरोध भी किया है।
छात्रा से छेड़खानी में दो गिरफ्तार
रेसकोर्स के पास ट्यूशन से घर लौट रही छात्रा का पीछा का दो युवक उस पर फब्तियां कसने लगे। लड़की ने विरोध किया तो दोनों मारपीट पर उतारु हो गए। लड़की ने इसकी सूचना परिजनों को दी, जिसके बाद सभी नेहरू कॉलोनी थाने पहुंचे।
एसओ दिलबर नेगी ने बताया कि छात्रा की तहरीर पर फरमान व समीर निवासी चंदरनगर डालनवाला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।