।देवभूमि रामलीला एंव लोक
कला समिति की ओर से तुनुवाला स्थित लक्ष्मी गार्डन में रामलीला का मंचन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि रायपुर विधायक उमेश शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। रामलीला महोत्सव के अंतर्गत आठवें दिवस मां सीता की खोज व लंका दहन की लीला का मंचन किया। भगवान रामए लक्ष्मण व हनुमान जी के साथ वानरों की सेना सीता की खोज में निकली। लंका की अशोक वाटिका में हनुमान जी को मां सीता मिली। इसी दौरान राक्षसों ने हनुमान जी को पकड़ कर रावण के पास ले गए। रावण के आदेश पर राक्षसों ने हनुमान की पूछ में आग लगा दी। तब हनुमान ने लंका का दहन किया।सोमवार की रात तुनुवाला स्थित लक्ष्मी गार्डन में चल रही रामलीला में कलाकारों ने सीता खोज व लंका दहन की लीला का मंचन किया। बालि के मरने पर सुग्रीव किष्किन्धा के राजा बने और अंगद को युवराज पद मिला। इसके बाद सुग्रीव ने असंख्य वानरों को लेकर भगवान राम के साथ मां सीता खोज में निकल पड़े। हनुमान जी ने सीता जी का पता लगाया। पहले तो हनुमान जी को देखकर सीता डर गई। उन्होंने सोचा की यह कोई राक्षस हैए लेकिन जब हनुमान जी ने प्रभुराम की अंगुठी दिया तो उन्हें विश्वास हुआ कि यह भगवान का भेजा हुआ दूत है। मां सीता ने हनुमान जी को आप बीती बताई और कहा कि प्रभुराम से कहना कि वह जल्द यहां से मुझे ले चले। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष रेवाधार ईस्टवाल, देवेन्द्र नेगी, दीपक कंडारी, अशोक बिडला, दीपक रावत,अमित बुहुगुणा, सुनील अंथवाल, युद्ववीर गुसांई, गणेश नेगी, सुनील ढौंडयाल मौजूद रहे।