हरिद्वार। भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के बोर्ड सदस्य डा. महेंद्र राणा ने उत्तराखंड के आयुष मंत्री एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्विद्यालय के कुलपति से मांग की है कि जनवरी 2020 मे नियुक्त 30 स्टाफ़ नर्सों का पिछले छ: महीने से रोका हुआ वेतन जल्द से जल्द उनको दिया जाये।डा. राणा ने बताया कि कोरोना महामारी की जंग में हमारी ये परिचारिकायें संगरोध केंद्रों पर भी दिन रात अपने कर्तव्यों का पालन कर रही हैं ,उसके बावजूद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक उनके छः माह का वेतन न देकर उनके मनोबल को तोड़ने का कृत्य किया है जो कि बहुत ही निंदनीय है ।गुरुकुल परिसर में तैनात स्टाफ नर्स स्मिता कोठियाल ने बताया कि कई बार अधिकारियों से बात करने के बावजूद भी उनकी बात नही सुनी जा रही है। लगातार अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तत्परता से निभाने के बाद भी छः माह से वेतन न मिलने के कारण उन्हें कोरोना काल के इस मुश्किल समय में कई आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है । अगर समय रहते सरकार एवं प्रशासन ने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया तो मजबूरन सभी परिचारिकाओं को आमरण अनशन पर बैठना पड़ेगा ।