शामली/ झिंझाना 20 दिसम्बर : 12 वर्ष पुराने बारातघर के शायद अब दिन बुहरने वाले है । अढाई योजना के बाद अब शायद नव निर्वाचित नगर पंचायत बोर्ड ने इस बारातघर के जीर्णोद्धार करने का मन बना लिया है इसी वजह से नवगठित इस बोर्ड ने उक्त बारात घर का निरीक्षण किया ।
नगर पंचायत के नव निर्वाचित चैयरमेन नौशाद कुरैशी व बोर्ड के अधिकांश सभासदगण आज बुधवार की दोपहर नगर पंचायत कार्यालय के पास दरगाहपुर रोड पर स्थित ओमप्रकाश – हरिप्रकाश मैमोरियल बारातघर पहुंचे और उसका जीर्णोद्धार करने की इच्छा से निरीक्षण किया । और उसकी उपयोगिता को पहचाना । चैयरमेन नौशाद कुरैशी ने बताया कि अति शीघ्र बोर्ड की पहली बैठक मे इस बारातघर के जीर्णोद्धार के लिये प्रस्ताव पास कराकर इसे बेहतर बनाया जायेगा ताकि इसका उपयोग अच्छे से हो सके । फिर इसकी निगरानी भी अच्छे से करायी जायेगी । ज्ञात रहे अपने कार्यकाल के दौरान तत्कालीन चैयरमेन राकेश गोयल ने दरगाहपुर रोड पर अपनी डेड बीघे जमीन देकर इस बारातघर का निर्माण कराया था । जिसका नाम भी अपने बुजुर्गो के नाम पर ओमप्रकाश- हरि प्रकाश मैमोरियल बारातघर रखा था । इसका उदघाटन भी पुलिस अधीक्षक देहात जीएन गोस्वामी , एसडीएम कैराना जयचन्द , सपा सासंद अमीर आलम , सपा नेता चितरंजन स्वरूप , आदि ने 28-11-2005 मे किया था । बदकिस्मति रही कि राकेश गोयल के बाद 5 वर्षो तक बबली देवी व करीब दो वर्ष एसडीएम शासन तथा अगले 5 वर्षो मे चैयरमेन रहे सरफराज खान ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया । और यह बारातघर जर्जर हालत मे बदहाल होता चला गया । लोग इसके खिडकी , दरवाजे तक उतार कर ले गये । यहा तक कि यह बारातघर चोर उच्चक्को व नशैडियों की शरणगाह बन गया था । अब नवनिर्वाचित बोर्ड को सबसे पहले इसके जीर्णोद्धार किये जाने की आवश्यकता महसूस हुई इसिलिये आज इस का निरीक्षण पूरे बोर्ड के सभासदों व अन्य गणमान्य लोगों द्वारा किया गया । उधर नगर के पूर्व चैयरमेन राकेश गोयल ने इस बोर्ड के इस फैसले का स्वागत किया है । साथ ही इस नये बोर्ड से इस बारातघर के पुराने उक्त नाम को ही रखने का राकेश गोयल ने अनुरोध भी किया है । रिपोर्ट- सलेकचन्द वर्मा
previous post