हल्द्वानी, ukreview। गौला खनन से जुड़े वाहन संचालकों के लालकुआं के बाद अब हल्द्वानी में भी इसका असर दिखने लगा है। गौला संघर्ष समिति ने क्रशरों की ओर से रेट बढ़ाने व वाले उपखनिज के दाम बढ़ान व रॉयल्टी कम किये जाने की मांग को लेकर तीन गेटों में खनन वाहनों की निकासी ठप रखी। हालांकि शीशमहल व राजपुरा से रेता निकासी जारी रही।
गौला खनन से जुड़े वाहन संचालकों ने रविवार को गोरापड़ाव, आंवला चैकी व इंदिरानगर गेटों में वाहनों की निकासी ठप रखी। समिति पदाधिकारी पम्मी सैफी ने बताया कि तय कार्यक्रम के अनुसार क्रशरों में आरबीएम नहीं डाला जा रहा है। क्रशर संचालक रेट बढ़ाये साथ ही सरकार रॉयल्टी कम करे। प्रदेश की नदियों में खनन के लिए रॉयल्टी के अलग-अलग दाम तय किये गये हैं। गौला नदी की रॉयल्टी बढ़ाकर ली जा रही है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि एक ही प्रदेश में अलग अलग रेट कैसे तय किये गये हैं। इधर गौला रेंज के अधिकारियों ने बताया कि लालकुआं व हल्द्वानी के कुछ गेटों में खनन हुआ। पूरी तरह गेट बंद होने की बात से इंकार किया। इस बीच समिति से जुड़े अरशद अयूब, मनोज मठपाल, संजय बोरा, हरीश पांडे, बबलू आदि मौजूद थे। इधर गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्टड्ढ ने कहा कि खनन वाहनों का चालान किया जा रहा है, रेट कम मिलने के साथ ही आये दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आधे अधूरे गेट खोलने से खनन निकासी में दिक्कत है। उन्होंने सरकार से खनन वाहन संचालकों को सुविधायें दिये जाने की मांग भी उठाई।