देहरादून, UKReview। आईटी पार्क में नवनिर्मित दून हाट जो हथकरघा और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए नावार्ड योजना के अन्तर्गत बनाया गया है। दून हाट का शुभारंभ 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकारत्रिवेन्द्र सिंह रावत जी द्वारा किया गया था। इसके साथ ही पांच दिवसीय उत्तराखण्ड हथकरघा और हस्तशिल्प के उत्पादों के स्टाॅलों का भी शुभारंभ किया गया। दून हाट में दूनवासियों के लिए यह प्रदर्शनी निरंतर जारी रहेगी। जिसमें सरकारी विभागों के स्टाॅल व लघु उद्यमियों के स्टाॅल लगातार उपलब्ध रहेंगे।
बांस प्रजाति रिंगाल हिमालय के ऊंचाई वाले भागों में पायी जाती हैं रिंगाल स्थानीय दस्तकारी के लिए महत्वपूर्ण है। रिंगाल से बने सामान पैकेजिंग हेतु टोकरियां, पूजा की टोकरियां तथा सजावटी वस्तुओं आदि की मांग बनी रहती है। जिसमें रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं अतः दून हाट में अब आपको बांस के उत्पाद उपलब्ध रहेंगे। दून हाट में लगे कुटीर उद्योग कल्याण समिति की ऊषा नकोटी ने बताया कि अंगूरा के बने स्वेटर, टोपी, शौल, पंखी, मफ्लर एवं ऊलन उत्पादों की बहुत मांग रही। उन्होंने बताया कि चंबा, प्रताप नगर, थथूर ब्लाॅक के 500 महिलाएं कुटीर उद्योग कल्याण समिति से लांभान्वित हो रही हैं। ऊषा नकोटी को इस उपलब्धि के लिए दून हाट में मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखण्ड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार भी दिया गया है। इसके अलावा उन्हें टिहरी जिले का हैण्डलूम अवार्ड भी मिल चुका है।