देहरादून। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने में अग्रणी आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने दीपक मेहरोत्रा को अपना मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) नियुक्त किया है। यह निर्णय एईएसएल ने ऐसे अहम मौके पर लिया है, जबकि संस्थान शैक्षणिक सेवाओं के प्रतिस्पर्धी माहौल में इनोवेशन और विस्तार करने के लिए प्रयासरत है। एईएसएल के चेयरमैन शैलेश हरिभक्ति ने दीपक की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, श्एईएसएल के नए नेतृत्वकर्ता के रूप में दीपक की नियुक्ति हमारे संस्थान के लिए उल्लेखनीय पल है। उनके रणनीतिक दृष्टिकोण और विशेषज्ञता से इंडस्ट्री लीडर के रूप में हमारी स्थिति को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।
बायजूस के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने कहा, श्हम विकास के नए चरण में कदम रख रहे हैं और ऐसे में नेतृत्वकर्ता के रूप में दीपक का स्वागत करते हुए हमें खुशी हो रही है। पियरसन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में उनके अनुभव से आकाश को विकास के नए चरण में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। एफएमसीजी, टेलीकॉम और एजुकेशन इंडस्ट्री में दीपक मेहरोत्रा का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। अब उन्हें एईएसएल का मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ नियुक्त किया गया है। एक्जीक्यूटिव भूमिकाओं में 35 साल से ज्यादा के अनुभव के साथ मेहरोत्रा अपने ज्ञान एवं अपनी विशेषज्ञता से एईएसएल के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएंगे और एजुकेशन सेक्टर में उभरते अवसरों का लाभ लेने में सक्षम बनाएंगे। एईएसएल से जुड़ने से पहले वह आशीर्वाद पाइप्स के मैनजिंग डायरेक्टर थे। उन्होंने पियरसन इंडिया, भारती एयरटेल, कोका कोला और एशियन पेंट्स में भी काम किया है।
दीपक ने आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक, जेबीआईएमएस से एमएमएस और वार्टन स्कूल, फिलाडेल्फिया (अमेरिका) से एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम पूरा किया है। अपनी नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए दीपक मेहरोत्रा ने विकास के अगले चरण में बढ़ते हुए एईएसएल को लेकर उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने देशभर में छात्रों के लिए पढ़ाई के अनुभव को बेहतर करने के लिए टेक्नोलॉजी एवं मॉडर्न टीचिंग मेथडोलॉजी का लाभ उठाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, श्शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित नाम एईएसएल से जुड़ना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं यहां की प्रतिभाशाली टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित हूं, जिससे छात्रों को उनकी संपूर्ण क्षमता प्राप्त करने में सहायता की जा सके।